दर्शन
आइए हम इस वर्ष की हनुमान जन्मोत्सव के उत्सव को और अधिक भव्य और यादगार बनाएं। पुरे परिवार के साथ प्रभात फेरी में शामिल हो कर।
वैशाख शुक्ल १५ को भगवान श्री अंजनी लाल जी का जन्मदिन है अत: प्रति वर्ष इस दिन को हनुमान जंयती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन प्रात: अखण्ड रामायण पाठ का शुभारम्भ किया जाता है साथ ही भगवान का अभिषेक होता है उसके बाद क्षेत्र वासियों द्वारा पूजा, पाठ, सिन्दूर, चोले आदि से पूजन किया जाता है। दोपहर को भगवान का चांदी के आभुषानो से विशेष श्रंगार किया जाता है। जो दर्शनीय व मनोहारी होता है। पूरे दिन क्षेत्र वासियों का अपार जन समूह दर्शनों के लिये पधारता है।
सायंकाल में हजारों दर्शनार्थियो के साथ भगवान की महा आरती की जाती है। इसके तुरन्त बाद ही देश कि प्रतिष्ठित भजन गायकों द्वारा भजन संध्या का शुभारंभ दिया जाता है। पूरी रात हजारो की संख्या में श्रोता गण भजनों का आनन्द लेते है। भगवान श्री अंजनी लाल जी सबकी मनोकामनाए पूर्ण करने वाले व कष्ट हरण करने वाले होने से उनकी प्रसिध्दी काफी दूर-दूर तक होने के कारण पूरे मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश से भक्त गण सपरिवार श्री अंजनी लाल के दरबार में पधारते है। इस दिन मन्दिर धाम एक मेले का रूप ले लेता है।