श्री अंजनी लाल की प्रेरणा सवरूप धाम की उपलब्धिया

श्री अंजनी लाल मंदिर धाम की विकास यात्रा एवं उपलप्द्धिया

श्री अंजनी लाल मंदिर धाम के सभी विकास कार्य मंदिर पर दान पेटियों से, प्राप्तियों से, आयोजनों से, लोगों की इच्छाओं की पूर्ति, संकल्प को पूरा करने, दानकर्ताओं से घोषणाएं किए गए हैं। इसमें किसी बड़े आदमी या उद्योगपति का कोई योगदान नहीं है। सभी दानदाता गरीब, गरीब या मध्यम वर्ग के हैं। वर्तमान में श्री अंजनी लाल जी के मन्दिर का निर्माण कार्य तीर्व गति से चल रहा है। ट्रस्ट परिवार आपको मन्दिर धाम पर पधारने के लिये आमंत्रित करता है। मन्दिर पर पधारे, निर्माण के कार्य का अवलोकन करे, सभी मन्दिरों के दर्शन कर अपनी मनोकामनाए पूर्ण करे। ये एक ऐसा दरबार है जहा हर व्यक्ति की मनोकामनाये पूर्ण होती है हर संकट व बीमारियाँ दूर होती है।

1968

1970

1972

1978

1982

1984

1988

1989

निर्जन स्थल बदला रमणीय स्थल में

करीब 45 वर्षो पूर्व कुछ युवकों के मन मे भगवान ने मंदिर बनाने की प्रेरणा दी उन्होंने श्री अंजनीलाल मन्दिर समिति का गठन कर चबूतरे पर एक टीनशेड बनाने का निर्णय लिया। इसके पूर्व तक यह स्थान एक निर्जन, दुर्गम स्थान के रूप मे ही था चारों ओर घना जंगल, मन्दिर के सामने छोटे से तालाब जैसा ग-सज्ढा था जिसमे जहरीले कीड़े एवं सांप, बिच्छु आदि रहते थे। इस ग-सज्-सजे को धीरे-धीरे हजारों ट्राली मलवा डलवाकर भरवाया गया। ए.बी. रोड से मन्दिर तक का रास्ता पूरा वीरान था, बीच-बीच मे तीन-चार स्थानों पर बारिश के मौसम में रास्ते पर कमर-कमर तक पानी भर जाता था उसमे से निकलना मुश्किल होता था। लेकिन सभी के सहयोग से यह निर्जन, वीरान रहने वाला स्थल अब रमणीय स्थल बन गया है।