दर्शन
कार्तिक शुक्ल पक्ष एकम से पूर्णिमा को उचित समय देख कर मन्दिर धाम पर अन्न कूट उत्सव मनाया जाता है। इसमे मन्दिर पर ही निर्मित छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भगवान को भोग लगाया जाता है।
कार्तिक शुक्ल पक्ष एकम से पूर्णिमा को उचित समय देख कर मन्दिर धाम पर अन्न कूट उत्सव मनाया जाता है। इसमे मन्दिर पर ही निर्मित छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भगवान को भोग लगाया जाता है। इस झाकी के दर्शन करना सोभाग्यशाली माना जाता है। दोपहर को भगवान कि आरती होती हें इसके पश्चात् इस प्रसादी को दर्शनार्थियों में वितरित कर दिया जाता है।